Saturday 15 August 2015

ये हुस्न तेरा एक जाम है

ये हुस्न तेरा एक जाम है ,
ये आँखे तेरी मयखाना ,
तेरी मतवाली चाल पर ,
हो गया मैं दीवाना ,
जाऊ भी तो कहा जाऊ ,
तू खुद एक मधुशाला ,
इस एक आशिक को ,
तेरे जाम का है सहारा ,
कब से मैं प्यासा हु ,
आकर बाहो से पिला ,
इन आँखों को मूंद के ,
ले बहो का हार तू ,
मिलाके होठों से होठ ,
पिला यौवन का जाम तू !

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