Saturday 22 August 2015

हे कृष्णा इस धरती पर क्यों विपदा आन पड़ी

हे कृष्णा इस धरती पर ,
क्यों विपदा आन पड़ी ,
किस बात से नाराज हो ,
जो धरती डोलपडी ,
सब हैं तेरे ही बन्दे ,
फिर क्यों उनकी जान गई ,
जिनके रूठे अपने जग से ,
उनकी तो पूरी जहाँ गई ,
बेबस लाचार आज इंसा यहाँ ,
है बस ये तेरे सहारे ,
कर दे रहेम आज फिर ,
इस दुनिया पर ,
आया तेरे दर ,
लेकर यही सवाली !

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