Thursday 27 August 2015

ठुमक ठुमक कर चलती हो


ठुमक ठुमक कर चलती हो ,

नागिन सी बलखाती हो !

इस कमसिन उम्र में ,

पूरी कयामत ढाती हो !

जब तिर्छी नयनो से देखती हो ,

एक कटार सी दिल पर चलाती हो !

इन नैनो के वार से ,

हमको मार गिराती हो !

अभी तो सोलहवा साल है ,

लगती तू बेमिसाल है !

हर अदा तेरी जालिम ,

सब को करती बेहाल है !

इन्हीं अदाओं पे मैं मरता हू ,

हा मैं तुझी से प्यार करता हू !

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