Sunday 16 August 2015

यही सच अब इस देश की पहेचान हैं

ये जो हमारा देश है अजब ही इसका भेष है ,
गरीबी भूख से मर जाती अमीरो को सब माफ़ है !

यहा पाठशाला कॉलेज शिक्षक भी बेजोड़ है ,
गरीब अनपढ़ ही रह जाते अमीरो को फ़ीस माफ़ है !

यहा गरीब जनसंख्या भरपूर है ,
परिवार नियोजन मानते ही नही भूखे मरने को तैयार है !

ये शूरवीरो की धरती है ,
फिर भी गुंडों से सब डरने को तैयार हैं !

ये पैसे वाला देश है गरीबो को कपड़े नही ,
अमीर आधे कपड़े पहेन कर कहते इसे फ़ैशन !

इस देश में देखने को भाई चारा है ,
पर आज अपनों ने ही अपनों का गला काटा है !

इस देश में कानून भी खूब है ,
बेगुनाह जेल में मर जाता गुनहगार आजाद हैं !

कहि गरीब प्यासे ही मर जाते ,
स्विमिंग पुल वाटर पार्क में पानी भरपूर है !

शादी पार्टियों में ढेरो भोजन फेकते ,
कहि सड़क पर बच्चे बूढे भूखे ही मर जाते !

यही सच अब इस देश का पहेचान है ,
सच्चाई भीख मांगती झूठो का राज है !


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