Monday 17 August 2015

बेताबी

ये दिल बेताब है ,
ये मन बेताब है ,
आपको जब से देखा ,
रोम रोम बेताब है ,
कुछ हुवा है हलचल ,
मन रहा हैं मचल ,
जबसे देखा है आपको ,
ये नजर बेताब है ,
ये वादिया बेताब है ,
ये मंजिल बेताब है ,
आपके लिए तो ,
वो खुदा भी बेताब है ,
ये जमी बेताब है ,
ये आसमान बेताब है ,
आपको देखकर ,
ये कायनात बेताब है ,
आपके कदमो की आहट सुनने ,
हर वो राह बेताब है ,
जल्द आजाओ सनम ,
ये आपका दिवाना बेताब है !

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