सपनो की दुनिया से ,
एक हूरपरी आई हैं !
रात का दिल बहलाने ,
वो हसीन चाँदनी आई हैं !
तुही शोला तुही शबनम ,
तुही बनकर प्रित आई हैं !
मेरे प्यार का सौगात लेकर ,
मेरे जीवन में तू बहार लाई हैं !
मेरी आशा की किरण है तू ,
तुही जीने की नई राह लाई हैं !
भटक गए थे हम तो मंजिल से ,
तूने ही मुझे मेरी मंजिल दिखलाई हैं !
No comments:
Post a Comment