Sunday 27 December 2015

बेवफ़ा हुस्न

बन ठन कर नख़रे दिखाकर ,

फेंकती हैं ये पहेले सब पर जाल !

बचकर रहना तुम हसीनों से ,

आज का यहीं हैं ताज़ा समाचार !

मंज़िल उनकी अच्छी बॉडी अच्छी कमाई ,

सूरत की तो बात हीं नहीं !

मरती हैं बस वहीं जिसके पास हों ,

बियमडब्ल्यू मर्सीडिज फ़ोर्चुन गाड़ी !

जहा देखा खिसे में माल ,

उसी पर होता हैं इन्हें प्यार !

वफ़ादारी अब हैं कहाँ ,

मैंने देखा हैं काइयों को औरों के साथ !

शरम इनमे अब कुछ बची नहीं ,

साथ तुम्हारे होती हैं पर दिल होता हैं कहीं और !

मैंने कल तेरी वालीं के आँखो में देखा था ,

वो मुझसे भी करती हैं प्यार !

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