तेरे इंतज़ार में बीत रहा यें साल ,
अब तो आजा आ रहा फिर नया साल !
बीतें लमहों के साथ बीत रहा ये साल ,
फिर जीवन में आजाओ आ रहा फिर नया साल !
तड़प तड़प कर गुज़रा बिन तेरे ये मेरा सारा साल ,
अब तो आजा मेरे आँगन में बुला रहा ये नया साल !
कुछ ग़लतियाँ की जो हमने इस साल ,
आओ क़सम खायें न करेंगे वो ग़लतियाँ फिर नए साल !
सारे गिले शिकवे भूलकर आजाओ साथ हैं ये नया साल ,
फिर न बिछड़ेंगे हम कभी आओ क़सम खाए इस नए साल !
No comments:
Post a Comment