Sunday 13 December 2015

सोनपुत्तर हूँ सोनगुड्डू हूँ , अपनी मम्मी का गोलू मोलू हूँ मैं !

सोनपुत्तर हूँ सोनगुड्डू  हूँ ,
अपनी मम्मी का गोलू मोलू हूँ मैं !

मैं ही बसा सब के दिलों में ,
सबके दिलों ला राजा हूँ मैं !

राजापुत्तर कहो या राजा बेटा कहो ,
अपने पापा के दिल की धड़कन हु मैं !

बसते हैं आँखों में मेरे दो भाई ,
उन भाइयो का जान हूँ मैं !

मैं भाता हूँ सब की आँखों में ,
सब के जिगर का टुकड़ा हूँ मैं !

सपना हूँ मैं एक सलोना ,
अपनी माँ की ममता का मूरत हूँ मैं !

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